गुरु मैं आई शरण तिहरी,ऐसी कर दो कृपा जरा सी ......
न भटकूँ पल -पल छिन मैं ,ऐसी राह बता दो जरा सी .....
ह्रदय में हो मेरे शांति का बसेरा ,ऐसा कर दो मन पावन सा .....
नित ध्यान करूँ मै तुम्हरा ,ऐसा कर दो सवेरा जरा सा .....
आंसा कर दो धाम का रास्ता ,ऐसा कर दो इशारा जरा सा ....
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