करुणा सागर सब गुण आगर,रखियो मेरी लाज रघुवर.....
मैं तो भई मीरा-गिरधर,तेरी भक्ति में,
रखियो श्रद्धा जीवन भर ........
मैं तो भई राधा -कान्हा ,तेरे प्रेम में,
रखियो पाती जीवन भर .......
मैं तो भई रुक्मणी-कृष्णा,तेरे बंधन में ,
रखियो उमंग जीवन भर ........
मैं तो भई गोपी-कन्हैया,तेरे वियोग में ,
रखियो मेरी आस जीवन भर .....
मैं तो भई सुदामा-कन्हाई, तेरे साथ में ,
रखियो विश्वास मेरा जीवन भर ......
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