ओ मुझे श्याम ऐसा घर देना
जहाँ शाम -सवेरे हो तेरा आना ....
जो फूल खिलें मेरे अँगना ,पायलिया बजाते आना ....
जो पवन बहे मेरे अँगना , तुम आँचल लहरा जाना.....
जो चाँदनी बरसे मेरे अँगना , राधे संग रास रचा जाना....
जो साँझ ढले मेरे अँगना , मुरली बजाते तुम आना....
........प्रार्थना.....
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